बहुजन समस्या मेला संगठन की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक समपन्न !
बहुजन समस्या मेला संघटन की राष्ट्रीय कार्य कारिणी की बैठक इलाहाबाद के प्रीतम नगर स्थित संघटन के मुख्य संरक्षक माननीय डा० आर बी एस पुष्कर जी के आवास पर राष्टरीय मुख्य संरक्षक की अध्यक्षता में आहूत हुई।
अपने अध्यक्षीय प्रबोधन में डा० पुष्कर ने विस्तार से संघठन की आगामी कार्य योजना का खुलास किया।
उन्होने रेखांकित किया की आज देश संक्रमण काल खतरनाक मंजर से से गुजर रहा है। केन्द्र मे संघ प्रायोजित भाजपा सरकार बहुजन आरक्षण को ख़त्म करके और बाबा साहब के बनाए संविधान को नेस्तनाबूद कर मनु स्मॄति के अनुसार देश चलाने को प्रति बद्ध है , किंतु हम अपने संगठन के माध्यम से देश में 85% अनुसूचित जाति जनजाति पिछड़ी जाति एवं अल्पसंख्यकों की एकजुट होकर संघीय नापाक योजना का मुह्तोड जवाब देंगे।
अन्य वक्ताओं में डा० यशवंत वीरोदय, डा० अमित भारती, हरियाणा से गुलाब सिंह कनौजिया, ईनामुल हक, दिनेश चौधरी, अंग राज, अश्वनी कुमार और संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश गौतम जी ने संगठन के अन्य उददेश्य जैसे देश के सभी भागो में बैंक और उद्योग विभाग से. एक साझा कार्य क्रम के अन्तर्गत बहुजन बेरोजगारों को ऋण दिलाकर उन्हे स्वावलंबी बनाये जाने पर जोर दिया !
बहुजन समस्या मेला संघटन की राष्ट्रीय कार्य कारिणी की बैठक इलाहाबाद के प्रीतम नगर स्थित संघटन के मुख्य संरक्षक माननीय डा० आर बी एस पुष्कर जी के आवास पर राष्टरीय मुख्य संरक्षक की अध्यक्षता में आहूत हुई।
अपने अध्यक्षीय प्रबोधन में डा० पुष्कर ने विस्तार से संघठन की आगामी कार्य योजना का खुलास किया।
उन्होने रेखांकित किया की आज देश संक्रमण काल खतरनाक मंजर से से गुजर रहा है। केन्द्र मे संघ प्रायोजित भाजपा सरकार बहुजन आरक्षण को ख़त्म करके और बाबा साहब के बनाए संविधान को नेस्तनाबूद कर मनु स्मॄति के अनुसार देश चलाने को प्रति बद्ध है , किंतु हम अपने संगठन के माध्यम से देश में 85% अनुसूचित जाति जनजाति पिछड़ी जाति एवं अल्पसंख्यकों की एकजुट होकर संघीय नापाक योजना का मुह्तोड जवाब देंगे।
अन्य वक्ताओं में डा० यशवंत वीरोदय, डा० अमित भारती, हरियाणा से गुलाब सिंह कनौजिया, ईनामुल हक, दिनेश चौधरी, अंग राज, अश्वनी कुमार और संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश गौतम जी ने संगठन के अन्य उददेश्य जैसे देश के सभी भागो में बैंक और उद्योग विभाग से. एक साझा कार्य क्रम के अन्तर्गत बहुजन बेरोजगारों को ऋण दिलाकर उन्हे स्वावलंबी बनाये जाने पर जोर दिया !
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