आज भारतीय दो अलग -अलग विचारधाराओं द्वारा शाशित शोषित हो रहे हैं। उनके राजनीतिक आदर्श जो संविधान के प्रस्तावना में इंगित हैं वो स्वतंत्रता , समानता , और भाई -चारे को स्थापित करते हैं। और उनके धर्म में समाहित सामाजिक आदर्श इससे इनकार करते हैं।डा.आम्बेडकर

शनिवार, 27 अप्रैल 2013

मेघवाल समाज के खांप, गोत्र meghwal samaj ke gotr

                         मेघवंश जाती के प्रवर शाखा और प्रशाखा 
प्राचीन क्षत्रियो में चन्द्र वंश और सूर्य वंश ये दो वंश मुख्य मने जाते हैं !फिर ऋषि वंश और अग्नि वंश ये दो वंश और मने गए हैं ,इन्ही चार वंशो से समस्त हिन्दू जाती का प्रदुभाव हुआ हैं !
चन्द्र वंश -ब्रह्माजी के दस मानसी पुत्रो में अत्रीऋषि के समुन्द्र और समुन्द्र के सोम ,इनसे चन्द्र वंश चालू हुआ !इशी वंश में महाराज ययाति हुए ,इनके पुत्र यदु हुए ,जिनके वंशज यदु वंशी हुए और इशी वंश में भगवन कृष्ण का जन्म हुआ !चन्द्र वंश ने विशेष कयती प्राप्त की !इस्सी चन्द्र वंश में आगे चलकर दस शाखाओ का निर्माण हुआ जो जो निम्न हैं !
1 यादव २ गोड३ काबा ४ चन्देल ५ बहती ६ कंवरा ७ तंवर ८ सोरठा ९ कटारिया १० सुरसेन


सुर्यवंश -ब्रह्माजी के पुत्र मरीचि ,मरीचि के कश्यप और कश्यप के विवस्वान (सूर्य)हुए ,इनसे सूर्य वंश चालू हुआ !

इसी वंश में राजा इक्ष्वाकु अधिक प्रसिद्ध हुए हैं ,इन्ही इक्ष्वाकु की ५१ वि पीढ़ी बाद राजा दशरथ हुए थे ,जिनके पुत्र रामचंद्र ,लक्ष्मण ,भरत,शत्रुघ्न हुए !इसी सूर्य वंश में भी दस शाखाये हुए !

१ गहलोत २ सिकरवाल ३ बडगुजर ४ कछवाह ५ बनाकर ६ गहरवार ७ राठोर ८ बडेल ८ बुन्देला १० निकुम्भ !

ऋषि वंश - विवशवान सूर्य के पुत्र नाम श्राद्धदेव मनु था !इनके पुत्र नभग हुए जिनके कुल में रजा अम्बरीश थे ,जिन्होंने अपने व्रत के प्रभाव से दुर्वासा मुनि का मानमर्दन किया था !अम्बरीश के प्रपोत्र रथीतर की स्त्री मदयन्ति ने अंगीरा ऋषि से नियोग करके कई संताने उत्पन्न की ,जो ऋषि वंश नाम से प्रसिद्ध हुई !ये क्षत्रियो की अपेक्षा श्रेष्ठ मणि गई है !इसी ऋषि वंश क्षत्रिय समाज में १२ वंश प्रचलित हुए !
१ सेंगर २ गोतम ३ विसेन ४ चमार गौड़ ५ ब्राहमण ६ भटगोड ७ राजगोंड ८ दीक्षित ९ दिन दीक्षित १० बिलकेत ११ बलखेरिया १२ कनपुरिया !
अग्नि वंश --त्रेता और द्वापर की संधि के समय जब परशुरामजी ने २१ बार युद्ध करके पृथ्वी को नि :क्षत्रिय कर दीया तब परशुरामजी मह्रिषी वसिष्ठ आदि ऋषियों ने अर्बुगिरी (आबू पर्वत) पर एक वृहद् यज्ञ किया !उस यज्ञ कुंड से चार पुरुष प्रकट हुए !
    १ चौहान २ पडिहार (प्रतिहार) ३ सोलंकी (चालुक्य) ४ पंवार (परमार) !
यज्ञ की अग्नि से प्रकट होने के कारण ये अग्नि वंशी (हुतासणी)कहलाये !बोद्ध धर्म के अंत के आरम्भ में ही इसी वंश का निर्माण हुआ था !
दोहा - दस रवि ,दस चन्द्र से ,द्वादस ऋषि प्रमाण !

        चार वंश हुतासनी (अग्निवंश),ये छतीस बखान !!

इन छतीस वंशो से ही समस्त हिन्दू समाज का प्रदुभाव होता हैं !
इन छतीस वंशो से पूर्व १६ वंश ऋषियों के माने जाते हैं !

      १ मरीचि २ अत्रि ३ अगस्त ४ आदरा ५ वसिष्ठ ६ अंगीरा ७ भारद्वाज ८ पाराशर ९ मातंग १० धानेश्वर ११ मह्चंद १२ जोगचंद १३ जोगपाल १४ मेघपाल १५ गरवा १६ जयपाल !

 इन सोलह वंशो सहित कुल ५२ वंश होते हैं !

दोहा -आठ बीस ऋषि गोत्र हैं ,चार अग्नि प्रमाण !

       दस रवि ,दस चन्द्र से ,पुरे बावन जाण!!

फिर इनकी शाखा प्रशाखाओ द्वारा समस्त हिन्दू समाज का विस्तार होता गया और बढ़ते -बढ़ते आज हजारो जातियों में विभक्त हो गया !
मेघवाल जाती के लिए लिखे गये लेख में उपरोक्त वंश - उपवंश किसी न किसी रूप में अधिकतर पाए जाते हैं !
क्षत्रियो की १८ जातीय मुख्य मणि जाती हैं !
१ गहलोत २ कचवाहा ३ राठौड़ ४ यादव ५ चौहान ६ पंवार (परमार) ७ सोलंकी ८ पडिहार (प्रतिहार) ९                  चावड़ा १० तंवर ११ गौड़ १२ चन्देल १३ दहिया १४ मकवाना १५ जोहिया १६ बडगुजर १७ पड़वाडिया १८ टांक !


१ मरीचि ऋषि (सुर्यवंश)गहलोत की शाखा प्रशाखा से २२ गोत्र 

१ गहलोत (गहलोत्या) २ ओस्तिवाल ३ गोदा ४ देवागान्वा ५ खिंवासरा ६ कंसड ७ करसंड ८ कलसड ९

 करसिन्धु १० खारड़िया ११ ख्याली १२ खांड १३ खलेरी १४ गहलोत्रा १५ शिसोदिया १६ चूहड़ा १७ बिकुंधा १८

 गोंरा १९ खांडपा २० धोधावत २१ राणवा २२ तालपा !


२ मरीचि ऋषि सूर्य वंश कछवाहां से ७ गॉत्र 

१ कछवाहां २ सिंगला ३ छेडवाल ३ खोहवाल ४ कंसुबा ५ कन्हड़ ६ मीणा 


३ मरीचि ऋषि सूर्य वंश राठोड से ८ गोत्र --


१ राठोड (राठोडया) २ सोनगरा ३ लोयमा ४ म्हायच ५ बांदर ६ जोधा ७ बागडा ८ अजेर्या !


४ अत्रि ऋषि चन्द्र वंश यादव में ४६ गोत्र ----

१ यादव (यादवा) २ भाटी (भाटिया) ३ कडेला ४ किलान्या५ कलिरावण ६ कलेचा ७ कालवा ८ कडवासरा ९

 कालेरा १० काहनीवाल११ कोहली १२ खामिवास १३ खुडिवाल १४ जाम १५ खोबडा १६ गरडवा१७ जनागल १८

 दावा १९ देवाला २० देहरावरिया २१ देपन २२ पटीर २३ पाटोधा २४ बरवड २५ बलायच २६ बरडोयिय २७

 बारुपाल २८ बाजडा २९ भाल्याण ३० बेगड ३१ महरडा ३२ लालर ३३ साऊं ३४ निलड ३५ पुनड ३६ कांवल्या

 ३७ सिंहमार ३८ खामिवाल ३९ झाटीवाल ४० खोखर ४१ पलास्या ४२ बुडिया ४३ आयच ४४ अंणख्या

 (इणखिया )४५ खुन्वारा ४६ खत्री


५ अत्री ऋषि चंदर वंश (तोमर)से १६ गोत्र --

१ तंवर २ बुडगाँवा ३ मोलोधा ४ लहकारा ५ जावाल्या ६ गोठण ७ गोठणवाल ८ सलोर्या ९ गोठिया १०

 गोरावत ११ गोयल (गुहिल)१२ गोरख्या १३ ढल १४ केलवाल १५ ढाइवाल १६ गोरवा (गुरवा) !



६ ,विश्वामित्र ,ऋषि वशिषठ आदि अग्नि वंश चौहान से ३३ गोत्र --


१ चौहान (चुहान्या ,चुंडा)२ इडिवाल ३ गोठवाल ४ मोमत्या ५ कंकेडिया ६ नारनोल्या ७ भटान्या ८ जेवर्या ९

 सोगण १० काला ११ पटीर १२ खती १३ जिलोया १४ जिणवाल १५ निमडया १६ बरोला १७ नरवाण १८

 सोलेरा १९ निजरान्या २० निरवाल २१ निरवाणि २२ खिची २३ खारडधा २४ नाल्या २५ चाहिल २६ भालोत

 २७ सांचोर्या २८ सामर्या २९ भदोर्या ३० नाडोल्या ३१ चाहिल्या ३२ शिंदर्या ३३ पटीर !

७ अग्नि वंश पंवार से २४ गोत्र ----

१ पंवार २ मोरोड्या ३ दायपन्नु ४ जाटावत ५ बडला ६ लोजडीवाल ७ सुवटवाल ८ लाडणा ९ महरान्या १०

 टिकावत ११ बोच्या १२ सिला १३ भंवरेटा (भुरटिया) १४ कथ्नोरिया १५ सांखला १६ चणिया १७ सोडा १८

 सरावता १९ गुणपाल २० सेजु २१ खान्भ २२ जाटीवाल २३ सियाल २४ सुवाल 



8 अग्नि वंश पंवार से २४ गोत्र ----

१ पंवार २ मोरोड्या ३ दायपन्नु ४ जाटावत ५ बडला ६ लोजडीवाल ७ सुवटवाल ८ लाडणा ९ महरान्या १०

 टिकावत ११ बोच्या १२ सिला १३ भंवरेटा (भुरटिया) १४ कथ्नोरिया १५ सांखला १६ चणिया १७ सोडा १८

 सरावता १९ गुणपाल २० सेजु २१ खान्भ २२ जाटीवाल २३ सियाल २४ सुवाल 


८ अग्नि वंश सोलंकी से ४ गोत्र ----

१ असोलंकी २ स्यालवा ३ सुंवालिया ४ बावल्या !


९ अग्नि वंश पडिहार से १५ गोत्र --


१ पड़ीहार २ कदणोच्या ३ कलशी ४ कडवासरा ५ कावडया ६ किराड़ ७ करडीवाल ८ किकरालिया ९ कडेचा

 १० कडेलिया ११ कुलरिया १२ गुराहिया १३ गुजरान्या १४ जेठान्या १५ नाथड़ीवाल !


१० गौड़ राजपूतो से ५ गोत्र ---

१ गौड़ २ गंडेर ३ गंडे ४ गँवा ५ गंढीर !

११ पराशर ऋषि चंदेल राजपूतो से ४ गोत्र ---

१ चांदेल २ पावटवाल ३ चंदेला ४ चंडेला !

१२ मकवाना राजपूतो से २ गोत्र ---

१ मकवाना २ मकाना !

१३ दधिची ऋषि सुर्यवंश राठौड़ खांप दहिया से ३ गोत्र ----

१ दहिया (दीया) २ अडान्या ३ भुन्गरिया !

१४ अग्नि वंश चौहान खांप जोहिया से २ गोत्र --

१ जोहिया २ घरट !

१५ सुर्यवंश बडगुजर से १ गोत्र ---

१ बडगुजर

१६ पड़वाड़ीया १ गोत 

१७ नाग वंशी टांक से २ गोत्र ----

१ नागवा २ टांक

साभार ----मेघवंश इतिहास (ऋषि पुराण)

लेखक -

स्वामी गोकुलदासजी महाराज

अलख स्थान ड़ूमाँडा
जिला अजमेर

प्रकाशक -सेवादास ऋषि

अलख स्थान ड़ूमाँडा

जिला अजमेर

156 टिप्‍पणियां:

  1. उत्तर
    1. मै दीपाराम जयपाल मुजे कुछ जानकारी चहिए थी जयपाल जाति केसे बनी इनका इतिहास क्या है ओर कहा

      हटाएं
  2. raju singh megwal gangashshar road sbbj bank ke samne shani mandir mob 9261706002

    जवाब देंहटाएं
  3. dosto hum meghwal samaj me aaj bhi lakho log ke halat kharab hai aap log kab tak aise hi soye rahenge kuch kijiye me aapko kuch logo ke baare me btata hu unki madad kare
    raju singh meghwal
    gangashhar road sbbj bank ke samne shani mandir
    mob 9261706002

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. मै प्रकाश पन्नू मारवाड़ जंक्शन तहसील जिला पाली से हु आप से विनती है मेघवाल समाज के पन्नू गोत्र की कुलदेवी कौनसी है कृपया करके मुझे बताने का कष्ट करें मोबाइल नंबर 8619829940

      हटाएं
  4. मेघवाल समाज का एक गौत्र आलड़िया भी तो है ।

    जवाब देंहटाएं
  5. tulsaram meghwal satlana luni 9928219587 19 jun 2016 ko 2.25pm thanking you meghwal samaj

    जवाब देंहटाएं
  6. क्या आप बता सकते है, कि मेघवाल जाति के परमार उपजाति की कुलदेवी कौन है। 100% पता है, तो जरुर बताए क्योकि प्रत्येक भोपे अलग अलग देवियो के नाम बताते है। और मे बहुत परेशान हू। MOBILE 7742970657

    जवाब देंहटाएं
  7. पटीर गौत्र की उत्पति कहा हुई पटीर की कुलदेवी कौनसी है

    जवाब देंहटाएं
  8. Naresh kumar johram (meghwal/balai)
    9213780480
    delhi, jahangirpuri

    जवाब देंहटाएं
  9. पाल्ज़ी मुजे हेल्प सही ये 【पुसिल गोत्र】 की कुलदेवी कोनसी है?

    जवाब देंहटाएं
  10. ध्यावणा गोत्र किस वंशज से है

    जवाब देंहटाएं
  11. गहलोत गोत्र की कुल देवी कोन है
    7691015815

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. अम्बिका,जगत,उदयपुर

      हटाएं
    2. Bramni Marsa Gheloth gotra ki Kuldevi hai kuldevta ekligji mahadev sonnana khretlaji very kind puja

      हटाएं
    3. बाण माता चितौड़ में

      हटाएं
  12. Jaipal gotr ki kuldevi kon hai or kha hai unka mandir....plz batao

    जवाब देंहटाएं
  13. Jaipal gotr ki kuldevi kon hai or kha hai unka mandir....plz batao

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. अपनी दादी को ही मान ले यार कहा पांखड मे गुसे जा रहै हो तुम्हारे दादा के दादा कौन थे पता तो कुल दैवी कैसे मालुम हौगा.....

      हटाएं
  14. Mera gotra Begra hai, yeh gotra taank gotra Hindu se Muslim huye mehmud Begra ka toh nhi hai, ya begar gotra se Begra huya hai samadhan karein aur is gotra ki saari details btaye, 7018220709 pe plz plz bahut jiada duvidha hai samadhaan krein

    जवाब देंहटाएं
  15. उत्तर
    1. बाह्मणो के दुस्मन पहले के दानव अब कै दलित प्रहलाद भगत के वंसज धार्मिक पण्डा/पंडित ही हुये है पण्डा ही भगत मैघवाल है। गुसाईजी कै दैवरा(मन्दिर)ही ईनके अराध्य दैव है। १००० साल पहले आज जो मन्दिर दिखते है कुछ नही था शिव लिंग वामन दैव के पग्लया ही पुराने समय से पुज्य है बाकी बकवास है।

      हटाएं
  16. उत्तर
    1. लखानी है लिखणिया है ईनकि उत्पत्ति बालेसर गांव से हुई इनकी कुलदेवी जोगमाया है।

      हटाएं
  17. Raykawal gotara ki kul davi ka name kisi ko pata h to bato pls...

    जवाब देंहटाएं
  18. मेघवाल समाज किस में आता हैं sc/st ya obc me

    जवाब देंहटाएं
  19. जाटाभाम्बी कोन है इनका क्या एतिहास है क्या ?

    जवाब देंहटाएं
  20. मैंने काफी समाजों का इतिहास पढ़ा है सभी समाजों की उत्पत्ति इतिहास समान ही है लेकिन ये अनगिनत समाज अलग कैसे होते गए और फिर इन समाजों के बीच भेदभाव कैसे बना। सभी की उत्पत्ति का वंश, सूर्य वंश और चँद्र वंश ही है। लेकिन यह दुर्भाग्य हैं कि मानव समाज जाति, धर्म, सम्प्रदाय, मजहब वगेरह विभागों में बंट गया और इन्हीं का आधार लेकर अपना-पराया मान के लड़ने लगा। वाह कलियुग तुम्हे दुनिया पर अपना राज कायम कर ही दिया।

    आओ हम सब मिलकर एक साथ चलें।

    🌷🙏जय श्री कृष्ण🙏🌷

    जवाब देंहटाएं
  21. dahiya gotra ki kuldevi kon he...100%soure ho to jroor btaye

    जवाब देंहटाएं
  22. Sar ji jogpal vans ki kuldevi konhe aap kn malum he to ple ham betai or is list me jogpal gotre nahi he ye bi abb kora 7568619693

    जवाब देंहटाएं
  23. Sar ji jogpal vans ki kuldevi konhe aap kn malum he to ple ham betai or is list me jogpal gotre nahi he ye bi abb kora 7568619693

    जवाब देंहटाएं
  24. Meghwal society is very poor socially. I am a member of society. No any powerfull meghwal personnel given help to me

    जवाब देंहटाएं
  25. Meghwalo tumhara koi kuldevata ya kuldevi nahi he tum sab buddhist ho jai bheem jai bharat

    जवाब देंहटाएं
  26. गोठवाल की कुलदेवी का नाम बताईये

    जवाब देंहटाएं
  27. सर मेघवाल जाति में टांटीया गोत्र भी है। कृपया इस गोत्र के बारे में जानकारी दें तथा इसकी कुलदेवी (सती माता)कोन है और कहा स्थित है बताऐ । 9001791967 जी.एल.मेघवाल एडवोकेट ।

    जवाब देंहटाएं
  28. Sir meghwal (talpa)jati ka gatr or kul ki devi ya dev kon h
    Pliz sir help mi

    जवाब देंहटाएं
  29. Sir meghwal samaj ki kul Devi konsi hai please sir bata dijiye

    जवाब देंहटाएं


  30. हमारे क्षेत्र की मेघवाल की गोत्र

    परमार
    डाभी
    राठौङ
    धोरावत
    सोलंकी
    पंचाल
    बोस
    राणावत (राणुआ)
    पारेगी (पारीक)

    ये शामिल करै

    जवाब देंहटाएं
  31. जोधावत की कुल देवी कोनसी है और काह है

    जवाब देंहटाएं
  32. सुयॅवंश गहेलोत की शाखा में गोदा जाती है उनकी कुलदेवी कोन है बता ये🚩

    जवाब देंहटाएं
  33. Sevda की कुल देवी कोनसी है और काह है

    जवाब दें

    जवाब देंहटाएं
  34. मेहरड़ा कुल की कुलदेवी कोन है और उनका कोनसा स्थान है?

    जवाब देंहटाएं
  35. जैपाल वंश की कुलदेवी चवूण्डा माता है

    जवाब देंहटाएं
  36. दुघरिया गोत्र भी है और दुघरिया गोत्र की कुलदेवी कौन है

    जवाब देंहटाएं
  37. राठौड़, रलौती, करमाली, परमार, पड़ियार, जोगचन्द , गोडावण, राईकवाल, ढाब/डाब/डाबी, मालवीय, गहलोत, सौलंकी आदि गौत्र उदयपुर जिले में है मेघवाल चमार जाति के।

    जवाब देंहटाएं
  38. मेघवाल समाज के काफी गोत्र इसमें नहीं आए हैं।

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. गौत्र लिस्ट मे माधव (माधोकी) नही है तथा उनकी कुल देवी कौन है तथा कहा पर है जानकारी भेजावे मोहनलाल माधव 9414679235

      हटाएं
  39. मेघवाल खुमियादा गौत्र कि कुल्देवी कोन हे ओर कहा कि हे प्लीज मुझे रिप्ले दे या कॉल करे मेरा फोन नम्बर 9928649752

    जवाब देंहटाएं
  40. जोगसन गौत्र की कुलदेवी कौनसी हैं कहा मन्दिर है

    जवाब देंहटाएं
  41. बामनिया मेघवाल वंश की कुल देवी कोनसी हैं इसका मंदिर कहा पर हैं हम तो महामा देवी का नाम ले रहे है पर इयसका मदिर कहा है





    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. उचेलिया परिवार गोत्र की कुलदेवी कोनसी है मंदिर कहा पे है कुलदेवी का नाम बताइये

      हटाएं
  42. चालिया गोत्रः की कुलदेवी कौन हैं

    जवाब देंहटाएं
  43. पन्नू पनवा पनूसा पनू क्या यह सभी गोत्र एक ही है यदि एक ही है तो इस गोत्र की कुलदेवी एवं कुल देवी देवता कौन है तथा इनका मुख्य मंदिर कहां पर है कृपया सटीक जानकारी दें धन्यवाद

    जवाब देंहटाएं
  44. सर इनमें Barjatya गौत्र शामिल नहीं है बरजात्या गौत्र का इतिहास बताए

    जवाब देंहटाएं
  45. उचेलिया परिवार गोत्र की कुलदेवी कोनसी है मंदिर कहा पे है








    जवाब देंहटाएं
  46. Dhall gotra ki kuldevi konshi h or mandir khapar h bhiyo batasakta ho kya

    जवाब देंहटाएं
  47. isme patanvadiya nahi he or me meghval hu

    जवाब देंहटाएं
  48. पालड़िया गौत्र की कुल देवी कौन है ??

    जवाब देंहटाएं
  49. लिखांला गोत्र की कुल देवी कोनसी है

    जवाब देंहटाएं
  50. Kya aap kon log kahan se gaye huye h ya pravash kiya h iske bare me jankari de sakte h .agar han to 7023073277 par message karne ka kashat kare

    जवाब देंहटाएं
  51. Ajmer jila, kalyanipura gaon me
    GORA ( Meghwal jati) ki kuldevi kaun hai ..

    जवाब देंहटाएं
  52. Mathna gaon, kota rajasthan..
    Rathliya ( Meghwal jati) ki kuldevi kaun hai ... ?

    जवाब देंहटाएं
  53. Mathna gaon, baran, rajasthan..
    Rathliya ( Meghwal jati) ki kuldevi kaun hai ... ?

    जवाब देंहटाएं
  54. बीरट गोत्र का विवरण नहीं दिया गया है।

    जवाब देंहटाएं
  55. Birt gort isme nhi hai kirpa krke kuldevi ke baare me btayiye wansh, nakh ke bare me bhi jankari dijiye dhanyawaad

    जवाब देंहटाएं
  56. जोगचंद् वंश की कुलदेवी कोन है।

    जवाब देंहटाएं
  57. महायच की कुलदेवी कोन है

    जवाब देंहटाएं
  58. Galsar ( gulsar ) gotra in meghwal from raniwara

    जवाब देंहटाएं
  59. पालड़िया मेघवाल की कुलदेवी कौन है अभी उनड़ी जालौर मे पालड़िया मेघवाल है वो कहा से आहे हैं उनड़ी जालौर मे

    जवाब देंहटाएं
  60. Khor meghwal jati ka gotar or kuldevi konshi h

    जवाब देंहटाएं
  61. हिला /सिल्ला गोत्र की कुल देवी कौनसी है

    जवाब देंहटाएं
  62. Bashor gotta ki kuldevi kon ha ajmer district Village Jagpura nasirabad

    जवाब देंहटाएं
  63. वानर गौत्र ‌‌ , मेघवाल समाज में कहां है और इस की कुलदेवी कौन है

    जवाब देंहटाएं
  64. पडियार की की सती माता कहां पर है

    जवाब देंहटाएं
  65. Mai polas gram ka rahne wala hun
    Meri gotr khuriwal hai kuldevi ke bare me jankari deve

    जवाब देंहटाएं
  66. जयपाल जाती की गोत्र क्या है

    जवाब देंहटाएं
  67. सर इसमें गुल्डवा गौत्र नहीं है

    जवाब देंहटाएं
  68. Kya aap Bata sakte he rana sabda ki utpati kese hui or inki Devi konsi he

    जवाब देंहटाएं
  69. RANGHI ek gotra hai jo ki aajkal ROHIN bhi lagate hai,ye ek hi hai..inki Kuldevi ,CHAMUNDA MAA ,,sundha Vali hai..

    जवाब देंहटाएं
  70. ढल गोत्र की कुल देवी बताऔ

    जवाब देंहटाएं
  71. सर मेगवाल। जाति मे धाधू गौत्र की कुलदेवी कौन है

    जवाब देंहटाएं
  72. Mev gotra or simar gotra ki kuldevta or kuldevi kon h

    जवाब देंहटाएं
  73. Balai smaj gotar padiyar ki sati mata kha pe hai iska jawab kisi ko pata hai tho bgaye

    जवाब देंहटाएं
  74. काला गोत्र की कुल देवी का नाम

    जवाब देंहटाएं
  75. कडेला गोत्र का नुक/नक क्या होता है?

    जवाब देंहटाएं