पिछले कई हजार सालो तक कोई भी भगवान हमारी मदद करने को नहीं आया | किसी भी भगवान ने ये नहीं सोचा कि ये भी इन्सान है इनको भी जीने का अधिकार हे, उस भगवान को मै क्यों मानू ? मै उस
इन्सान को मानता हूँ जिसने इन सभी बातो को जाना और हमको हर तरह की से मुक्ति दिलाने के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया | उन्होंने सारा जीवनहमको पशु से इन्सान बनाने के लिए बलिदान कर दिया और हमको इन्सान बना कर ही दम लिया |मेरे भगवान तो वही बाबा साहब है जिनकी वजह से मै आज आजाद हूँ | जिनकी वजह से मैंने शिक्षा प्राप्त की,वही मेरे भगवान है | जिनकी वजह से मै आज सिर
उठाकर चल सकता हूँ वही बाबा साहब मेरे भगवान है और मै उन बाबा साहब को नमन.....करता हु.| "
निकलती रहेगीं जय भीम की आवाजें जब तक एक कतरा भी खुन हे मेरे जिस्म में ............... ...............
.......जय भीम साथियों......
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