आज भारतीय दो अलग -अलग विचारधाराओं द्वारा शाशित शोषित हो रहे हैं। उनके राजनीतिक आदर्श जो संविधान के प्रस्तावना में इंगित हैं वो स्वतंत्रता , समानता , और भाई -चारे को स्थापित करते हैं। और उनके धर्म में समाहित सामाजिक आदर्श इससे इनकार करते हैं।डा.आम्बेडकर

गुरुवार, 16 मई 2013

लाभार्थी परिवार ने दी आहुतियां

लाभार्थी परिवार ने दी आहुतियां
 रेवतड़ा ग्राम में प्रतिष्ठा महोत्सव के तहत आहुति देते लाभार्थी परिवार। 
रेवतडा ग्राम के मेघवाल समाज की ओर से नवनि्मित बाबा रामदेव मंदिर की प्रतिष्ठा को लेकर मंगलवार को गांव के प्रमुख मार्गों से होते हुए जलयात्रा निकाली गई। जलयात्रा में उतम आश्रम जोधपुर के आचार्य रामप्रकाश महाराज, शंभुनाथ महाराज सेलानी चंचल प्राग मठ बाडमेर, अमृतराम महाराज रणजीत आश्रम बालोतरा, बालकनाथ महाराज ढालोप(पाली)शिवनाथ महाराज रामचंद्र आश्रम मंडार,नारायणनाथ महाराज चरली, सोगनाथ महाराज बावतरा, दौलतराम मेड़ता, मोहनगिरी महाराज पाली, प्रकाशनाथ महाराज धाणसा, नेमीनाथ महाराज बाड़मेर,गणेशनाथ सांचौर, साध्वी पंखु बाई परण पंचेरी सहित कई साधु संतो का सानिध्य रहा। लाभार्थी परिवार की ओर से ध्वजा,शिखर कलश व बाबा रामदेव की प्रतिमा के साथ अन्य देवी देवताओं की प्रतिमा लेकर रथों पर सवार होकर चल रहे थे। कलशयात्रा में कन्याएं सिर पर कलश धारण कर गांव के आम पेचके से जल भर पवित्र जलधारा से गांव की जमीन को पवित्र किया। जलयात्रा में बैंड की धुन के साथ महिलाएं मंगलगीत गाते हुए चल रही थी। यात्रा के दौरान पूरे मार्ग में युवक व युवतियां नृत्य करते हुए चल रहे थे। जलयात्रा में हाथी,घोड़े,ऊंट,रथ,ट्रैक्टर सहित समाज के सैकडों श्रद्वालु शामिल थे। बाबा रामदेव मंदिर के दिग्विजय मेघवाल ने बताया कि जलयात्रा मंदिर परिसर से लेकर आम चौहटा, ग्राम पंचायत, बाकरा रोड, आलासन रोड, विराणा रोड, आम पेचका, हनुमान मंदिर, कुम्हारों का वास, रैबारियों का वास, भीलों का वास से बस स्टैंड होते हुए पुन: बाबा रामदेव मंदिर पहुंच विसर्जित हुई। 


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