आज भारतीय दो अलग -अलग विचारधाराओं द्वारा शाशित शोषित हो रहे हैं। उनके राजनीतिक आदर्श जो संविधान के प्रस्तावना में इंगित हैं वो स्वतंत्रता , समानता , और भाई -चारे को स्थापित करते हैं। और उनके धर्म में समाहित सामाजिक आदर्श इससे इनकार करते हैं।डा.आम्बेडकर

सोमवार, 25 मार्च 2013

कौन कहता है , बेकार है मेघवाल




कोन कहता हैं ,बेकार हैं मेघवाल ,
इश्वर का आशीर्वाद हैं मेघवाल !
सबसे दिलदार और दमदार हैं मेघवाल ,
रण भूमि में तेज तलवार हैं मेघवाल !
पता नही कितनो की जान हैं मेघवाल ,
सच्चे प्यार पे कुर्बान हैं मेघवाल !
यारी करनी तो यारो के यार हैं मेघवाल ,
और दुश्मन के लिए तेज तलवार हैं मेघवाल !
तभी तो दुनिया कहती हैं बाप रे ,
बहुत खतरनाक हैं मेघवाल !






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