आज भारतीय दो अलग -अलग विचारधाराओं द्वारा शाशित शोषित हो रहे हैं। उनके राजनीतिक आदर्श जो संविधान के प्रस्तावना में इंगित हैं वो स्वतंत्रता , समानता , और भाई -चारे को स्थापित करते हैं। और उनके धर्म में समाहित सामाजिक आदर्श इससे इनकार करते हैं।डा.आम्बेडकर

सोमवार, 25 मार्च 2013

जागो जागो मेघवंशीयोँ जागो


"जागो जागो मेघवंशीयोँ जागो" 
सदियोँ से दबे दलितोँ को थोङा तो ऊपर ऊठने दो
दलित और मजदूर भाईयोँ को अब तो गले लगाने दो
इन बहुमजिँले मकानोँ के नीचे ईन्हे भी कुटिया बसाने दो
"जागो जागो मेघवंशीयोँ जागो"

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