आज भारतीय दो अलग -अलग विचारधाराओं द्वारा शाशित शोषित हो रहे हैं। उनके राजनीतिक आदर्श जो संविधान के प्रस्तावना में इंगित हैं वो स्वतंत्रता , समानता , और भाई -चारे को स्थापित करते हैं। और उनके धर्म में समाहित सामाजिक आदर्श इससे इनकार करते हैं।डा.आम्बेडकर

रविवार, 7 अगस्त 2016

आदरणीय समाज बंधुओ .
सादर जय मेघ ,
आपको यह जानकार ख़ुशी होगी की मेघवंश समाज की सामाजिक मासिक पत्रिका “मेघ की माया” का मासिक प्रकाशन राजस्थान की धन्य धरा , स्वामी गोकुलदास जी महाराज की कर्मस्थली अजमेर से भाई शिवराम मेघवंशी के अथक प्रयासों से शुरू किया गया है ,जिसमे समाज के कर्ण धार ,महान कर्मयोगी साधू संतो की जीवनियो सहित समाज में हो रहे कार्यक्रमों के समाचार सहित समाज हित की जानकारियों को जगह दी जाती है!
समाज की इस पत्रिका में आपका योगदान अपेक्षित है !
पत्रिका का वार्षिक शुल्क मात्र 100 रूपये है ,आप इस पत्रिका के ज्यादा से ज्यादा जुड़कर समाज हित में योगदान प्रदान करे !
समाज के समाज के बुद्धीजीवी ,चिन्तनशील , लेखक पाठक वर्ग से निवेदन है की आप अपनी मौलिक लेख ,कविता ,इत्यादी पत्रिका में प्रकाशन हेतु भेज सकते है !
जालोर सिरोही के समाज बंधू सम्पर्क करे !
भगवानाराम माण्डवला
जय भीम ई-मित्र एंड कंसल्टेंसी
रामदेव मंदिर के बाहर माण्डवला जिला जालोर
whatsapp 9001110084 मोबाईल 9950923595,8890892679
E-MAIL bhagwan.virash2013@gmail.com
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