भीम होते तो अन्याय भी ज्यादा नहीं होता,
ये एकता का चाँद भी आधा नहीं होता,
आगे कोई न आता मेरे बाबा भीम के,
मगरूर न होता कोई, दादा नहीं होता,
तेरा ये जहान है, बाबा की तू शान है, क्रांति का तूफान है,
आगे-आगे बढ़ना तू भीम की संतान है,
भीम की ताकत बांहों में तेरी,
क्रांति छलके आहो में तेरी,
तेरा जिगर है शेर का प्यारे,
देता जा जय भीम के नारे,
आगे-आगे बढ़ना तू भीम की संतान है,
ये एकता का चाँद भी आधा नहीं होता,
आगे कोई न आता मेरे बाबा भीम के,
मगरूर न होता कोई, दादा नहीं होता,
तेरा ये जहान है, बाबा की तू शान है, क्रांति का तूफान है,
आगे-आगे बढ़ना तू भीम की संतान है,
भीम की ताकत बांहों में तेरी,
क्रांति छलके आहो में तेरी,
तेरा जिगर है शेर का प्यारे,
देता जा जय भीम के नारे,
आगे-आगे बढ़ना तू भीम की संतान है,
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