आज भारतीय दो अलग -अलग विचारधाराओं द्वारा शाशित शोषित हो रहे हैं। उनके राजनीतिक आदर्श जो संविधान के प्रस्तावना में इंगित हैं वो स्वतंत्रता , समानता , और भाई -चारे को स्थापित करते हैं। और उनके धर्म में समाहित सामाजिक आदर्श इससे इनकार करते हैं।डा.आम्बेडकर

मंगलवार, 28 मई 2013

आपकी कलम से

आपकी कलम से 

हम चाहते है की आपके यंहा पर होने वाले हर कार्यक्रम के बारे में सभी जाने और सब उसमे भाग ले ! आप जब भी फ्री हो आप अपने बारे में और आपके यंहा पर होने वाले किसी भी कार्यक्रम  की जानकारी हम तक दे ! 

हम ये भी  जानते है की सब नेट का उपयोग  करते है खास  कर मेघवाल समाज के लोग इसका उपयोग कम करते है .......... तो हम युवा का ये काम होगा की हम अपने समाज के बारे में लिखे और जो पढ़ते है वो अपने बुजुर्गो को बताये ! उनके पास अनुभव है जो हमें जीने की राह सिखायेगा !

सो प्लीज़ .... 

समाज के लिए कुछ  करने का मन बनाये और सभी तहसील के जानकार और समाज रत्नों की जानकारी और सम्पर्क हम तक भेजे ! धन्यवाद् 

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