आज भारतीय दो अलग -अलग विचारधाराओं द्वारा शाशित शोषित हो रहे हैं। उनके राजनीतिक आदर्श जो संविधान के प्रस्तावना में इंगित हैं वो स्वतंत्रता , समानता , और भाई -चारे को स्थापित करते हैं। और उनके धर्म में समाहित सामाजिक आदर्श इससे इनकार करते हैं।डा.आम्बेडकर

मंगलवार, 26 मार्च 2013

मिट गये मेघवंशियो को मिटाने वाले .......

हर तलवार पर मेघवंशियो की कहानी हैं ,
तभी तो दुनिया मेघवंशियो की दीवानी  हैं !
मिट गये मेघवंशियो को मिटाने वाले .......
क्यू की धधकते आग में तपी 
मेघवंशियो की जवानी हैं !!




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