आज भारतीय दो अलग -अलग विचारधाराओं द्वारा शाशित शोषित हो रहे हैं। उनके राजनीतिक आदर्श जो संविधान के प्रस्तावना में इंगित हैं वो स्वतंत्रता , समानता , और भाई -चारे को स्थापित करते हैं। और उनके धर्म में समाहित सामाजिक आदर्श इससे इनकार करते हैं।डा.आम्बेडकर

शुक्रवार, 24 मई 2013

govind watika mandwala

govind watika mandwala

श्री चामुण्डा माताजी मन्दिर,गोविन्द वाटिका माण्डवला 
श्री चामुंडा माताजी का मंदिर ग्राम माण्डवला जिला जालोर में बिशनगढ़ -बाड़मेर
 मुख्य सडक पर माण्डवला से 2 km पूर्व दिशा की ओर स्थित हैं ,यह मंदिर स्वर्गीय
 अनुज भ्राता श्री गोविन्द की याद में ज्येष्ठ भ्राता भगवानाराम ने स्वयं के खेत पर 
जगतजननी माँ चामुंडाजी एवम स्वर्गीय भाई गोविन्द के दो छोटे चोकी बनवाकर 
दिनाक 18 नवम्बर 2012 तदनुसार कार्तिक सुदी 5 रविवार उताराआषाढा नक्षत्र 
में शुभ चोघडिया में बनवाकर माँ चामुंडा व भ्राताश्री गोविन्द की शास्त्रीक विधि
 अनुसार पूजा चालू की गई थी !

श्री चामुंडा माताजी 












 स्वर्गीय अनुज भ्राता  श्री  गोविन्द 


सत्य वचन 


स्वर्गीय अनुज भ्राता  श्री  गोविन्द विराश 
  
पिता  श्री को सत -सत प्रणाम 




पुज्य पिताजी श्री स्वर्गीय जेठारामजी 

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