आज भारतीय दो अलग -अलग विचारधाराओं द्वारा शाशित शोषित हो रहे हैं। उनके राजनीतिक आदर्श जो संविधान के प्रस्तावना में इंगित हैं वो स्वतंत्रता , समानता , और भाई -चारे को स्थापित करते हैं। और उनके धर्म में समाहित सामाजिक आदर्श इससे इनकार करते हैं।डा.आम्बेडकर

मंगलवार, 28 मई 2013

आपके बारे में


आपके  बारे में 



में सबसे  चाहूँगा की आप अपने बारे में लिखे  और अपने  ब्लाक और तहसील में  एक कमेटी  बनाये ! जो की ऐसे जागरूक लोगो की हो जो अपने जान पहचान  के  100 लोगो को और   जोड़ सके और समझा सके !
आप ये सब जानकारी जानकारी इस ब्लॉग पर और मेरे मेल bhagwan.virash2013@gmail.com  पर  सकते है ! 
हम एक  ऐसी कड़ी बनायेंगे जो पुरे मेघवाल समाज को एक धागे में बांधने का काम करेगी !


आप भी लिखे और अन्य  साथियों को भी  लिखने के  लिए कहे !



साभार
my mail id - bhagwan.virash2013@gmail.com

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